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यहां हैं, हमारे ब्लॉग-ऊंचे पहाड़ों से जीवन के स्वर, मन कही, उत्तराखंड समाचार, प्रकृति मां और पत्रकारिता के गुर, नवीन समाचार,
हमारे दिल में बसता है, हमारा नैनीताल, हमारा कुमाऊं और हमारा उत्तराखंड
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- देखें नैनीताल से संबंधित फोटो का स्लाइड-शो ‘नैनीताल सिटी एंथम-ये नैनीताल है” के साथ।
उत्तराखंड की फोटो ‘पिक्सोटो’ पर। - पढ़िए कुमाउनी कविताओं की पुस्तक-उघड़ी आंखोंक स्वींड़ और कुमाउनी नाटक-जैल थै, वील पै।
- नैनीताल पर एक लघु शोध ग्रंथ-नैनीताल के लोग नगर एवं नैनी झील के प्रति कितना संवेदनशील हैं।
- देखें नैनीताल की नई-पुरानी फोटो का पावर-प्वाइंट प्रजेंटेशन-ओल्डी गोल्डी ब्यूटी ऑफ नैनीताल।
(नोट: लाल रंग में उभरे शब्दों को क्लिक करके संबंधित आलेख पर जाएं।)
पर्यटनः
- पाषाण युग से यायावरी का केंद्र रहा है कुमाऊं
- कुमाऊं में बेहद समृद्ध है वन्य जीवन
- नीतालः नैनीताल क्या नहीं, क्या क्या नहीं, यह भी वह भी यानी सचमुच स्वर्ग
- संबंधित पोस्टः
- नैनीताल में विरासत महत्व के भवन
- नैनीताल-कुमाऊं में फिल्माई गई फिल्में
- नैनीताल और नैनी झील के कई जाने-अनजाने पहलू
- नैनीताल में ‘लंदन फॉग’ संग मानो आसमां झुक जाता हो जमीं पर
- सरोवरनगरी में बरसात भी होती है लाजवाब, मानो होती है स्वर्ग की तरह बादलों पर सैर
- झील के साथ ही खूबसूरत झरने भी बन सकते हैं नैनीताल की पहचान
- विश्व में केवल ससेक्स में ही हैं नैनीताल जैसी रंग-बिरंगी पाल नौकाएं
- नैनीताल में ‘नेचुरल एसी’ बना कौतूहल का केंद्र
- नैनीताल आएं तो जरूर ले जाएं यहाँ के प्रसिद्ध काष्ठ उत्पाद
- नैनी झील के बारे में कुछ चिंतित करने वाले तथ्य
- नैनी झील के बाबत उम्मीद की किरणें
- नैनी झील एवं नैनीताल नगर के बारे में नगर वासियों की संवेदनशीलता का परीक्षण करने के लिए किया गया एक लघु शोध
- ‘फोटोजेनिक’ नैनीताल के साथ ही जन्मी फोटोग्राफी !
- उत्तराखंड राज्य के प्रतीकों-बुरांश, मोनाल व कस्तूरा से लैस होगा नैनीताल जू
- वार्षिक प्रवास पर कजाकिस्तान से नैनीताल पहुंचे खास दीवाने परवाने
- मेरा अमेरिका-मेरा भारत, मेरी नैनीताल से नैनी यात्रा
- यूं ही नहीं, तत्कालीन विश्व राजनीति के मद्देनजर खोजा गया था नैनीताल
- बसने के चार वर्ष के भीतर ही देश की दूसरी पालिका बन गया था नैनीताल
- तीसरी कोशिश में बन पाया था बकिंघम पैलेस जैसा नैनीताल राजभवन
- देवभूमि को आपदा से बचा सकता है ‘नैनीताल मॉडल’
- नैनीताल को कमजोर नगर बताना सच्चाई है या कोई साजिश !
- नालों को बचाना होगा तभी बचेगा नैनीताल
- संबंधित पोस्टः त्रासदियों से नहीं लिए आजाद देश के हुक्मरानों ने सबक
- कौन हैं दो देवियां, मां नंदा-सुनंदा
- नैनीताल में देखिएगा, कैसे तन गईं टेथिस सागर की गहराइयों में हिमालय की ऊंचाइयां
- नैनीताल में किंग कोबरा के बाद दिखी सतरंगी इंडियन पिट्टा
- जिम कार्बेट के घर नैनीताल में फिर दिखाई दिया ‘रॉयल बंगाल टाइगर’
- वार्निश पीकर चलती हैं नैनीताल की नौकाएं
- प्रकृति के स्वर्ग सरोवरनगरी को कुदरत का सबसे बड़ा ‘विंटर लाइन” का तोहफा
- इस बार ‘रिफ्रेश’ नहीं हो पाएगी नैनी झील
- विश्व भर के पक्षियों का भी जैसे तीर्थ और पर्यटन स्थल है नैनीताल
- वार्षिक प्रवास पर कजाकिस्तान से नैनीताल पहुंचे खास दीवाने परवाने
- नैनीताल देखने की चाह में पहाड़ों पर चढ़ आया हाथियों का झुंड
- मानव सैलानियों के लिये सीजन ‘ऑफ”, पर पक्षी सैलानियों के लिये ‘ऑन”
- यहां रहीम बनाते हैं रावण और सईब सजाते हैं रामलीला
- नैनीताल में ऐसे मनाया गया था 15 अगस्त 1947 को पहला स्वतंत्रता दिवस
- क्या आपको पता है नैनीताल में कहां है देवगुरु बृहस्पति का मंदिर, और किस गांव में हुई थी मधुमती फिल्म की शूटिंग
- स्वर्गवासी नैनीताल को बनाएंगे स्वर्ग !
- किलवरीः ‘वरी’ यानी चिंताओं को ‘किल’ करने (मारने) का स्थान
- संबंधित पोस्टः ‘इंटरनेशनल बर्ड वाचिंग डेस्टिनेशन’ के रूप में विकसित होगाकिलवरी-पंगोट-विनायक ईको-टूरिज्म सर्किट
- साततालः झीलों और अनछुवी प्रकृति का समग्र
- कौसानीः भारत का स्विटजरलेंड, गांधी-पंत का कौसानी
- कैंची धाम से निकली थी एप्पल और फेसबुक की तरक्की और ओबामा की जीत की राह
- उत्तराखंड की सांस्कृतिक राजधानी-रत्नगर्भा अल्मोड़ा
- 12 ज्योर्तिलिंगों में प्रथम ज्योर्तिलिंग है जागेश्वर, यहीं से शुरू हुई दुनिया में शिव लिंग की पूजा
- 1.2 करोड़ वर्ष पुराना इतिहास संजोए, उच्च हिमालयी मिनी कश्मीर-सोर घाटीपिथौरागढ़
- चंपावत से मिला ‘कुमाऊं’ को अपना नाम और यह ही ‘कुमाऊं’ की मूल पहचान
- प्रसिद्ध वैष्णो देवी शक्तिपीठ सदृश रामायण-महाभारतकालीन द्रोणगिरि वैष्णवी शक्तिपीठ दूनागिरि
- समृद्ध सांस्कृतिक विरासत सहेजे द्वाराहाट और स्याल्दे बिखौती का मेला
- राजुला-मालूशाही और उत्तराखंड की रक्तहीन क्रांति की धरती, कुमाऊं की काशी-बागेश्वर
- पंचाचूली की गोद में ‘सात संसार-एक मुनस्यार’
- कटारमटः जहां है देश का सबसे प्राचीनतम सूर्य मंदिर
- प्रकृति को संजोऐ एक वास्तविक हिल स्टेशन, रानी पद्मावती का खेत-रानीखेत
- बिन्सरः प्रकृति की गोद में प्रभु का अनुभव
- घोड़ाखालः यहां अर्जियां पढ़कर ग्वल देवता करते हैं न्याय
- मुक्तेश्वर: जहां होते है प्रकृति के बीच ‘मुक्ति के ईश्वर’ के दर्शन
- महेश खान: यानी प्रकृति और जैव विविधता की खान
- भगवान राम की नगरी के समीप माता सीता का वन ‘सीतावनी’
- पक्षी-तितली प्रेमियों का सर्वश्रेष्ठ गंतव्य है पवलगढ़ रिजर्व
- एशिया का पहला जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान और ब्याघ्र अभयारण्य
- सच्चा न्याय दिलाने वाली माता कोटगाड़ी: जहां कालिया नाग को भी मिला था अभयदान
- अब पहाड़ पर मदकोट में सैलानी ले सकेंगे गोवा की तरह खुले में नहाने का आनंद
- प्रयागराज में आस्था का महासमागम
शख्सियतेंः
- अब मोदी की बारी है…. अब मोदी की बारी है….
- संबंधित पोस्टः 2009 में ही नैनीताल में दिखाई दे गई थी मोदी में ‘पीएम इन फ्यूचर’ की छवि
- नैनीताल के बच्चों ने एपीजे से बनाया था ‘काका कलाम’ का रिश्ता
- कौन हैं अन्ना हजारे ? क्या है जन लोकपाल विधेयक ?
- राहुल की ‘साफगोई’ के मायने
- आम आदमी की नहीं, जाति, धर्म व पंथीय राजनीति का कॉकटेल है ‘आप’ की जीत
- संबंधित पोस्टः क्या देश को भी दिल्ली की तरह मध्यावधि चुनावों में धकेलेंगेकेजरीवाल !
- इस झाड़ू ने तो गंदगी ही अधिक फैला दी…
- एनडी तिवारी के बहाने
- संबंधित पोस्टः एनडी-उज्जवला के विवाह को शास्त्र सम्मत नहीं मानते विद्वान
- डीएनए जांच में चूक को लेकर एनडी का तर्क सिरे से खारिज
- जितने सवाल-उतने जवाब थे गिर्दा, जितने सवाल-उतने जवाब थे अपने फक्कड़दा-गिर्दा
- संबंधित पोस्टः जनकवि ‘गिर्दा’ की दो एक्सक्लूसिव कविताएं
- आखिर सच साबित हो गई गिर्दा की गैरसैंण के जीआईसी में राज्य की विधान सभा की कल्पना
- कौन और क्या हैं हरीश रावत ?
- संबंधित पोस्टः क्या अपना बोया काटने से बच पाएंगे हरीश रावत ?
- नेहरू के बहाने: सोनिया-राहुल से भी आगे निकलने की कोशिश में हरीश रावत
- ओलंपियन राजेंद्र रावतः दर्द से कहीं बड़ी होती है देश को जिताने की खुशी
- पहाड़ की बेटी ने छुवा आसमान, मनस्वी बनी ‘मिस इंडिया वर्ल्ड’
- ‘एक्सन जैक्सन’ से रुपहले पर्दे पर पदार्पण करेगी पहाड़ की बेटी ‘मनस्वी‘
- ‘पथरीली पगडंडियों पर’ अपने साथ दुनिया के इतिहास की सैर भी कराते हैंवल्दिया
- अटल व तिवारी के सहारे सियासी कद बढ़ाने की कोशिष में निशंक
- सत्याग्रह की जिद पर गांधी जी को भी झुका दिया था डुंगर ने
- वो भी क्या थे…. द्वितीय विश्व युद्ध के सेनानी स्वर्गीय देवी दत्त जोशी
- निर्मल पांडे का जाना
- गोविंद बल्लभ पंतः हिमालय सा व्यक्तित्व और दिल में बसता था पहाड़
- अब तो बस यह देखिए कि बहुगुणा के लिए 13 का अंक शुभ साबित होता है या नहीं…
- संबंधित पोस्टः 10 जनपथ की नाकामी अधिक है बहुगुणा की वापसी
- तरुण विजय ने पूरा किया कुमाऊं विवि में नैनो साइंस एवं नैनो तकनीकी केंद्र का सपना
- ‘आस्कर पिस्टोरियस’ की राह पर दून का लोकेश
- बड़े परदे की हालत खस्ता, छोटे परदे पर भारी शोषण : ललित तिवारी
- अब उत्तराखंड सरकार के मुरीद हुए सिने अभिनेता हेमंत पांडे
- उत्तराखंड से पहले मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने न्यायमूर्ति प्रफुल्ल चंद्र पंत
- राजीव मेहता: ग्लास्गो में ‘कैच’ हुआ नैनीताल का एक ‘सिक्सर किंग’
- ‘यादों का इडियट बॉक्स’ वाले नीलेश ने खोला अपने ‘याद शहर’ का राज
- दुश्यंत’ के बाद गजल का मतलब हैं ‘बल्ली’
- भारत के सच्चे मुस्लिम नहीं करते गौ-हत्या, बाबर भी था गौरक्षक : कुरैशी
- शाही इमाम ने मोदी नहीं 125 करोड़ देशवासियों का किया है अपमान: कुरैशी
- एरीज में रिकार्ड 16 वर्ष लंबी सल्तनत रही है विवादित निदेशक प्रो. राम सागर की
- देश ही नहीं दुनिया के पर्यटन के इनसाइक्लोपीडिया हैं विजय मोहन सिंह खाती
- नहीं रहे 11 गोरखा रेजीमेंट के संस्थापक सदस्य मेजर जीआई पुनवानी
- तीन करोड़ प्रवासी उत्तराखंडियों को वापस लौटाने को आरएसएस की ‘मेरा गांव-मेरा तीर्थ’ योजना
उत्तराखंड की लोक संस्कृतिः
- देवभूमि के कण-कण में देवत्व
- युवा दिवस 12 जनवरी:152वीं जयंती पर पर विशेष: नैनीताल से ही नरेंद्र बना था शिकागो का राजर्षि विवेकानंद
- संबंधित पोस्टः स्वामी विवेकानंद का ‘बोध गया’: काकड़ीघाट
- नेपाली, तिब्बती, पैगोडा, गौथिक व ग्वालियर शैली में बना है नयना देवी मंदिर
- मां नयना की नगरी में होती है मां नंदा की ‘लोक जात’
- पाषाण देवी शक्तिपीठः जहां घी, दूध का भोग करती हैं सिंदूर सजी मां वैष्णवी
- कुमाऊं में है महर्षि मार्कंडेय का आश्रम
- आदि गुरु शंकराचार्य का उत्तराखंड में पहला पड़ावः कालीचौड़ मंदिर
- देवीधूरा की बग्वालः जहां लोक हित में पत्थरों से अपना लहू बहाते हैं लोग
- बाबा नीब करौरी का कैंची धामः जहां बाबा करते हैं भक्तों से बातें
- लोक देवताओं की विधान सभा है ब्यानधूरा मंदिर
- उत्तराखंड का प्राचीन इतिहास, ताकि सनद रहे…
- उत्तराखंड में भी गूंजे थे जंगे आजादी के ‘गदर’ में विद्रोह के स्वर
- उत्तराखंड विचारः कुछ खट्टा-कुछ मीठा
- उत्तराखंड में 1400 वर्ष पुराना है श्रमिक आंदोलनों का इतिहास
- 400 वर्ष पुरानी है कुमाउनी शास्त्रीय होली की परंपरा!
- आस्था के साथ ही सांस्कृतिक-ऐतिहासिक धरोहर भी हैं ‘जागर’
- कुमाऊं का ऋतु पर्व ही नहीं ऐतिहासिक व सांस्कृतिक लोक पर्व भी है घुघुतिया-उत्तरायणी
- हरेला: लाग हरिया्व, लाग दसैं, लाग बग्वाल, जी रये, जागि रये….
- उत्तराखंड के ‘सरकारी हरेला महोत्सव’ से क्या मजबूत होगी परंपरा ?
- कुमाऊं में परंपरागत ‘जन्यो-पुन्यू’ के रूप में मनाया जाता है रक्षाबंधन
- गौरा-महेश को बेटी-जवांई के रूप में विवाह-बंधन में बांधने का पर्व: सातूं-आठूं (गंवरा या गमरा)
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का लोकपर्व घी-त्यार, घृत-संक्रांति
- कुमाउनी ऐपण: शक, हूण सभ्यताओं के साथ ही तिब्बत, महाराष्ट्र, राजस्थान व बिहार की लोक चित्रकारी की भी मिलती है झलक
- उत्तराखंड का कल्पवृक्ष है इंडियन बटर ट्री-च्यूरा
- बुरांश: जंगल की ज्वाला संग मुस्काया पहाड़
- संबंधित पोस्टः इस वर्ष समय पर खिला राज्य वृक्ष बुरांश
- भैया यह का फल है, जी यह ‘काफल’ ही है.
- बाखलीः पहाड़ की परंपरागत हाउसिंग कालोनी
- हरेलाः लाग हरिया्व, लाग दसैं, लाग बग्वाल, जी रये, जागि रये
- उत्तराखंड में अनूठी है भाई-बहन के प्रेम की ‘भिटौली’ परंपरा
- होली छाई ऐसी झकझोर कुमूं में
- कुमाऊं का ऋतु पर्व ही नहीं, ऐतिहासिक व लोक सांस्कृतिक पर्व भी है उत्तरायणी
- श्री नंदादेवी राजजात से कुमाऊं गढ़वाल दोनों के राज परिवार संतुष्ट नहीं
- कैलाश मानसरोवर यात्रा ने छुवा रिकार्ड का नया ‘शिखर’
- आड़ू, बेड़ू जैसा नहीं घिंघारू
- खतडु़वा’ आया, संग में सर्दियां लाया
इतिहास
- चार हजार वर्ष पुराना हड़प्पा कालीन है उत्तराखंड राज्य का इतिहास
- स्कॉटलेंड से गहरा नाता रहा है कुमाऊं और उत्तराखंड का
- 1830 में मुरादाबाद से हुई कुमाउनी रामलीला की शुरुआत
- दो अक्टूबर के कुछ अलग मायने हैं उत्तराखंड वासियों के लिए
- सूखाताल से निकलने वाली नदी से हुआ था नैनी झील का निर्माण
- इतिहास होने की ओर शेरशाह सूरी के जमाने की ‘गांधी पुलिस’ व्यवस्था
- बलियानाला में 1898 से है भूस्खलनों का लंबा इतिहास, 28 ने गंवाई थी जान
- बैरन (18 नवंबर 1841) से पहले ही 1823 में नैनीताल आ चुके थे कमिश्नर ट्रेल
- नैनीताल शरदोत्सव: 1890 के ‘मीट्स एंड स्पेशल वीक” से जारी है परंपरा
- अंग्रेजों के आगमन (1815) से ही अपना अलग अस्तित्व तलाशने लगा था उत्तराखंड
- ढाई हजार वर्ष पुरानी ऐतिहासिक थाती से रूबरू कराएगा हिमालय संग्रहालय
- कुमाऊं में ‘च्यूड़ा बग्वाल” के रूप में मनाई जाती थी परंपरागत दीपावली
विचारः
- यह युग परिवर्तन की भविष्यवाणी के सच होने का समय तो नहीं ?
- आजादी के 66 वर्ष बाद आजादी से पूर्व जैसे हालात
- नैनीताल हाईकोर्ट ने यूं की सीबीआई की बोलती बंद
- दिल्ली गैंग रेप केसः क्या सिर्फ बोलने से रुक जाएंगे बलात्कार…?
- संबंधित पोस्टः
- बलात्कार, मीडिया, सरकार, समाज और समाधान
- हांके नहीं, जगाये मीडिया और सरकार
- क्या वाकई जाग गया देश ?
- आखिर क्यों छोटे कपड़े पहनती हैं महिलायें ?
- विदेशी वेबसाइटें बोल रहीं युवा पीढ़ी पर अश्लीलता का हमला
- शिक्षा व्यवस्था पर मेरा एक ‘खतरनाक और पुराना विचार’
- कैसे-कैसे कायदे कानून-कोयला-लकड़ी लेने को पैनकार्ड हुआ जरूरी, कीमतें भी आसमान चढ़ी
- संबंधित पोस्टः अमेरिका, विश्व बैंक, प्रधानमंत्री जी और ग्रेडिंग प्रणाली
- बच्चों ने खोल कर रख दी उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों की पोल
- राज्य बनने के बाद पहली बार जागी हिल साइड सेफ्टी कमेटी
- अधिवक्ताओं के लिए लगातार वकालत करना हुआ अनिवार्य
- नैनीताल में ‘ग्रीन’ नाम की आढ़ में ‘काला’ खेल
- कुदरत सूखाताल को भरने और प्रशासन सुखाने पर आमादा
- नैनीताल में 66 फीसद प्रतिष्ठान बिना कर्मचारी के !
- नैनीताल जनपद के केवल 10 फीसद बच्चे ही ले पाए मोदी सर की ‘क्लास’
- नैनीताल स्वच्छता दिवसः हम देर से जागे और जल्दी सो गए…
- देश को आपस में जोड़ेगा और अपनेपन का भाव भी जगाएगा ‘स्वच्छ भारत अभियान”
- नाथुला से कहीं अधिक है उत्तराखंड के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा का क्रेज
- My Kumaoni Poem Book and Play in PDF Format
- हिंदी नाटकः नैनी-2030
राजनीतिः
- कांग्रेस के नाम खुला पत्र: कांग्रेसी आंदोलन क्या जानें…
- नीरो सरकार जाए, जनता जनार्दत आती है…
- उत्तराखंड भाजपा: कहां है राष्ट्रीय सोच ?
- उक्रांद ने दोहराया ‘गलती का इतिहास’
- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी बना दिया कांग्रेसी !
- उत्तराखंड विधान सभा चुनाव की समीक्षा
- गजबः नैनीताल जिला पंचायत में जीत कांग्रेस की पर जीते भाजपाई
- देश में एकमुश्त रिकार्ड 50 गुना तक बढ़ा दैवीय आपदा का मुआवजा
- शी-मोदी के कैलाश को नया मार्ग खोलने से हरीश रावत नाखुश, पर केएमवीएन उत्साहित
- सेटिंगबाज ठेकेदारों पर मेहरबान हुई उत्तराखंड सरकार, इकलौती निविदा से भी हो सकेंगे करोड़ों के कार्य
- उत्तराखंड में वन्य जीवों की चिकित्सा भगवान भरोसे
- आपदा राहत के नाम पर अब नहीं उड़ा सकेंगे चिकन, मटन, बिरयानी…..
- उत्तराखंड में 50 वर्षों के बाद होंगे ‘भूमि बंदोबस्त”, साथ में चकबंदी भी
- अधिकारियों की काहिली से उत्तराखंड के किसानों को नुकसान का मुआवजा मिलना मुश्किल
- उत्तराखंड में गुझिया-मिठाई सहित कुछ भी खाना रिस्की, मैगी नूडल्स की जांच की भी नहीं व्यवस्था
- विश्व योग दिवस के साथ युग परिवर्तन की शुरुआत, विश्व गुरु बनने की राह पर भारत
- योग दिवस मनाने से इंकार कर क्या अंतराष्ट्रीय ‘खनन’ या ‘मदिरा’ दिवस मनाने की पहल करेगा ‘उत्तराखंड राष्ट्र’ ?
- आज भी सड़क से दो से 15 किमी पैदल दूर हैं नैनीताल के 130 गांव
- उत्तराखंड राजकाज : अनियमितताओं की नींव पर खड़ी उत्तराखंड शासन की दूसरी लाइन !
- कश्मीर ही नहीं पूरा पाक भारत का हिस्साः रिजवी
- हरीश रावत से मंच साझा कर उन्ही पर सवाल उठाए आचार्य कृष्णन ने
- क्यों ना पहाड़ों पर बुलडोजर चला दें : हरीश रावत
- यूपी न माना तो अपने दम जमरानी बांध बनाएगा उत्तराखंड
- नेपाल में चल रही ‘बृहत्तर नेपाल के नाम पर भारत के खिलाफ मुहिम
विज्ञानः
- आधुनिक विज्ञान से कहीं अधिक समृद्ध और प्रामाणिक था भारतीय ज्ञान
- पांव तले पावर हाउस
- अब बच्चों को लगेगा केवल एक “पेंटावैलेंट टीका”
- कामयाबी: देवस्थल में एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन ‘डॉट” स्थापित
- अरब सागर पर अपना दावा ठोक सकेगा भारत!
- भूकंप : नेपाल से कम खतरनाक नहीं उत्तराखंड
- बदल रहा है भूगोलः दो साक्षात्कार
- मानसून : उत्तराखंड-हिमांचल में और भी बुरे रहेंगे हालात
- नैनीताल में पारा सारे रिकार्ड तोड़ने की ओर
- फिर भी ‘हिमालय’ सा अडिग है हिमालय
- संबंधित पोस्टः सवा पांच करोड़ साल का हुआ अपना ‘हिमालय’
- हिमालय पर ब्लैक कार्बन का खतरा !
- बेमौसम के कफुवा, प्योंली संग मुस्काया शरद, बसंत शंशय में
- क्या गलत हैं न्यूटन के नियम !
- गुदड़ी के लाल ने किया कमाल, घनमूल निकालने का खोजा फॉर्मूला
- आदमखोरों की होगी डीएनए सैंपलिंग
- मापी जाएगी टेक्टोनिक प्लेटों की गतिशीलता
- कुमाऊं विवि के भौतिकी विभाग को “सेंटर फॉर एक्सीलेंस”
- वाह क्या खूब, मोबाइल फोन से बना डाली पूरी फिल्म
- दुनिया की नजरें फिर महा प्रयोग पर
- सूखाताल से आता है नैनी झील में 77 प्रतिशत पानी
- बारिश का पानी बचाने पर उत्तराखंड देगा ‘वाटर बोनस‘
- कैंब्रिज विवि का दल जुटा सूखाताल झील के परीक्षण में
- डायलिसिस” से बाहर आ सकती है नैनी झील
- समय से पता लग जाएगा कैंसर, और हो सकेगा सस्ता इलाज
- ‘मीथेन सेंसर’ खोलेगा मंगल में जीवन की संभावनाओं का राज
- दुनिया की ‘टीएमटी” में अपनी ‘टीएमटी” का ख्वाब भी बुन रहा है भारत
- सूर्य पर भी मनाई जा रही ‘बड़ी दिवाली’, उभरा पृथ्वी से १४ गुना बड़ा ‘सौर कलंक’
- बेहद खतरनाक हो सकता है किसी और का रक्त चढ़ाना
- अब बच्चों को लगेगा केवल एक “पेंटावैलेंट टीका”
विविधः
- देश की 196 भाषाओं के साथ कुमाउनी व गढ़वाली भी खतरे की जद में…
- नैनीताल जनपद में एक साथ बने सर्वाधिक उम्र तक जीवित रहने के पांच विश्व रिकार्ड !
- आधुनिक होकर वापस महर्षि सुश्रुत के दौर में पहुंच गई नेत्र चिकित्सा
- गैस बुकिंग अब फोन से ही होगी….
- जिंदा रहने के मौसम बहुत हैं मगर…
- तो उत्तराखंड ने सीख लिया नौकरशाही पर लगाम लगाना
- सीडब्लूजी, रिकार्ड पर रिकार्ड, क्वींस बेटन से ही हो गई थी इतिहास रचने की शुरुआत
- इतिहास बन जाएंगे कुमाऊं-गढ़वाल
- ‘पहाड़’ टूट गया पर नहीं टूटे तो ‘नेता जी’
- लाखों देकर भी सुरक्षित नहीं आपकी ‘जान’
- क्या रिपोर्टर को फांसी पर लटका देना चाहिए
- और उलझ गई उत्तराखंड की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री
- अल्मोड़ा में स्थापित होगी टैगोर पीठ, होंगे सुमित्रानंदन पंत पर शोध
- अध्यादेश के चार साल बाद भी नहीं बना उत्तराखंड का राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
- सरकार की गलती व पंतनगर विवि की वादाखिलाफी से कुमाऊं विवि के छात्रों का भविष्य अधर में
- अब डाक टिकटों पर छपवाइए अपने फोटो
- टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का सर्वे पूरा, रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सोंपी
- आरबीआई गवर्नर व संयुक्त राष्ट्र महासचिव के नाम से हो रही धोखाधड़ी की कोशिष
- 2018-19 में उत्तराखंड में होंगे राष्ट्रीय खेल !
- बारिश का पानी बचाने पर उत्तराखंड देगा ‘वाटर बोनस”
- उत्तराखंड के रास्ते भी नाथुला की तरह वाहनों से होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा
- नैनीताल राजभवन की ‘तीसरी ठौर’ भी खतरे में
- उत्तराखंड में बच्चों की होगी अपनी ‘सरकार”, हर जिले से चुने जाएंगे चार विधायक
- उत्तराखंड से 1.5 और सिक्किम से 1.7 लाख में होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा